कवर्धा – बालोद जिले के डोंडी थाना परिक्षेत्र के घोटिया गांव के रहवासी प्रधान पाठक देवेंद्र कुमेटी ने शिक्षक दिवस के दो दिन पूर्व फांसी के फंदे पर झूलकर आत्महत्या कर ली थी जिससे शिक्षक जगत व उनके जानने वाले आदिवासी समाज मे पीड़ा व आक्रोश का वातावरण निर्मित हो गया था ।
आपको बता दे कि कुछ दिनों पहले आदिवासी समाज के एक प्रतिष्ठित परिवार से आने वाले शिक्षक देवेंद्र कुमार कुमेटी ने आत्महत्या की थी । मृतक शिक्षक ने मरने से पहले सुसाइड नोट लिखा था, जिसमें उसने पूर्व मंत्री मो अकबर सहित तीन अन्य लोगो को अपनी मौत का जिम्मेवार बताया था
गौरतलब है कि चारो ओर ऐसी चर्चा है कि पूर्ववर्ती कांग्रेस शासन मे वन विभाग में विभिन्न पदों में नौकरी लगाने के नाम पर
पूरे राज्य मे सैकड़ो बेरोजगार नौजवानों को षड्यंत्र कर छला गया था और अब इस प्रकार की दुर्भाग्यपूर्ण घटना उन आरोपों को प्रमाणित भी कर रही है ।
देवेन्द्र कुमेटी के आत्महत्या मामले मे बालोद जिले के डौंडी थाने में बीएनएस की धारा 108 के तथत आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप मे
मो अकबर के विरूद्ध मामला दर्ज किया गया । वहीं अन्य लोगो के खिलाफ नौकरी के नाम पर 420 ठगी का भी मामला दर्ज हुआ । मामले में 40 से अधिक लोगो से 3 करोड़ 70 लाख से ज्यादा का ठगी करने की शिकायत मिली है ।
इस प्रकरण पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा शहर मंडल अध्यक्ष चंद्रप्रकाश चंद्रवंशी ने कहा कांग्रेस सरकार में मंत्री मो अकबर एवं उनके सगे सम्बन्धियों ने छत्तीसगढ़ को भ्रस्टाचार के लिए चारागाह बना लिया था . लोग राजनीतिक दबाव और पुलिसिया बल के दबाव में कुछ कहने से डर रहे थे खौफ का माहौल बनाकार निरीह गरीब तबके को लुटने का काम कर रहे थे . मो अकबर एवं उनके लोगों ने वन विभाग मे फॉरेस्ट गार्ड की नौकरी देने के नाम पर लोगो से बड़ी-बड़ी रकम ठगी है व प्रपंच किया है उसका सर्वाधिक शिकार आदिवासी समाज के सरलमना लोग हुए है यही कारण है कि हमारे आदिवासी भाई आज फांसी पर झूलकर आत्म हत्या करने को बेबस हो रहे है ।
सैकड़ो लोगो का कहना है कि छतीसगढ़ राज्य के अनेक भोले-भाले बेरोजगार व गरीब लोग अनेक लोगो से ब्याज मे कर्जा लेकर या अपना सोना-चांदी के जेवर व खेती किसानी की जमीन बेचकर नौकरी पाने के नाम पर बर्बाद हो गए है और आज आलम यह है आए दिन कोई न कोई अपनी अनमोल जान को गंवा रहा है !
इसी प्रकार वन कटाई कर पूरा जंगल को साफ़ करने लकड़ी चोरी का काम हो या फिर वन पट्टा के नाम पर जंगल कटाई कराना चाहे राजस्व विभाग के बेशकीमती जमीन को हडपने का काम हो या फिर परिवहन विभाग के माध्यम से लुटने का काम हो मो अकबर ने अपने कार्य काल में भ्रस्टाचार कर छत्तीसगढ़ में लुट मचा रखा था कवर्धा जिले में भी इनके सगे संबधित लोग जंगल में सक्रिय रहकर कवर्धा वासियों भोले भाले आदिवासी भाइयों को प्रताड़ित करने का कार्य किया है .
उन्होंने कहा भारतीय जनता पार्टी ने विपक्ष में रहकर हमेशा पूर्व मंत्री के भ्रष्ट और दबाव पूर्ण राजनीती का विरोध किया .अपराधियों को सरक्षण देने की इनके कुत्सिक मानसिकता को हमेशा जनता के सामने लाने का प्रयाश किया और इसी के फलस्वरूप कवर्धा के जागरूक जनता ने मो अकबर व उसके सगिर्दो के आतंक से कवर्धा को मुक्त किया .
अब मो अकबर पूरी तरह से बे नकाब हो गया इनके सह पर इनके सगे भांजे ने जिसप्रकार भोले भाले लोगो को अपने जाल में फशाया है लोग प्रताड़ित होकर आत्महत्या जैसे कदम उठाने मजबूर है . इस पुरे मामले में अपराधियों को कड़ी से कड़ी सजा होने पर ही दिवंगत आत्मा के साथ न्याय होगा ।