छत्तीसगढ़ में सरकार परिवर्तन होने के बाद पंडरिया विधानसभा सभा में जमीनी स्तर के कार्यकर्ता अपने वजूद ढूढने में लगे हुए हैं।
विगत दिनों पंडरिया विधानसभा के चारों कालेजों के जनभागीदारी अध्यक्ष और उनके सदस्यों की नियुक्ति की गई थी लेकिन पिछले दिनों पांडातराई कॉलेज की जनभागीदारी सदस्य रहे। क्षेत्र के युवा नेता भारतीय जनता युवा मोर्चा के जिला महामंत्री सचिन गुप्ता और जिला उपाध्यक्ष तुकेश चंद्रवंशी को जनभागीदारी सदस्य से जबरदस्ती हटा दिया गया। जिन्होंने उस कालेज़ के लिए दस साल विद्यार्थी परिषद् में रहते हुए छात्र हितों में अनेक लडाई जिन्होंने छात्र संघ के समय सचिन गुप्ता ने अपने नेतृत्व में कई चुनाव जिताए पिछले भाजपा शासन में अनेक मंत्री विधायक से मांग कर कालेज के विकास के लिए कई मांगो को पूरा कराया। जिन्होंने पिछले कांग्रेस शासन में जनहितों मुद्दा को उठाते हुए चाहे आवास का मुद्दा हो बिजली हो, किसान हो सड़क का बड़े से बड़े छोटे से छोटे मुद्दा को लेकर अनेकों आंदोलन कर अनेकों लड़ाईयां लड़ते हुए कई एफआईआर सचिन गुप्ता, तुकेश चंद्रवंशी के नाम हुए हैं जो आज भी अपनी पार्टी के लिए मेहनत कर रहे हैं।
इस्तीफा देते हुए जनभागीदारी के सदस्यों ने कहा जो पिछले कई सालों से पार्टी के लिए मेहनत कर रहे हैं उसे आज सम्मान नही मिल पा रहा है जिन्होंने पिछले सरकार के खिलाफ अनेकों जनहित उठाते हुए सरकार की कमियों को उजागर किया। तुकेश चंद्रवंशी, सचिन गुप्ता दोनों जमीन से जुड़े हुए कार्यकर्ता अपनी मेहनत से पार्टी के विचार के लिए अनेकों कार्यकर्ता खड़ा किया। आज उन्हें ही दरकिनार कर बेइजत किया जा रहा है। हम सब सदस्य पार्टी के लिए एक साथ काम करते हुए यहा तक पहुंचे हैं। किसी कार्यकर्ता को ऐसा अन्याय पूर्वक जबरदस्ती बेइजात करने की भावना से जनभागीदारी समिति से निकलना गलत है जिसके लिए हम सब कार्यकर्ता एक जिसके लिए हम सब बारह सदस्य जनभागीदारी सदस्य से जनभागीदारी अध्यक्ष को इस्तीफा दे दिये हैं।