पाक अधिकृत कश्मीर पीओके को फिर से भारत के अभिन्न अंग बनाने के लिए संकल्प दिवस का आयोजन किया गया,नगर के अग्रणी महाविद्यालय कवर्धा में 22 फरवरी को संकल्प दिवस के रूप में मनाया गया,प्राचार्य डॉक्टर बी एस चौहान के मार्गदर्शन में एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी डॉक्टर राकेश चंदेल एवं कविता कन्नौजे के संयोजन में स्रोत वक्ता जितेंद्र कुमार राजपूत उपस्थित थे संकल्प दिवस मनाने के उद्देश्य को बताते हुए विद्यार्थियों को जानकारी दी गई।
22 जनवरी 1994 को भारतीय संसद द्वारा पारित प्रस्ताव का मूल उद्देश्य यह था कि पाक अधिकृत कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है और रहेगा भारत अपने इस भाग के विलय का हर संभव प्रयास करेगा, भारत में इस बात की पर्याप्त क्षमता और संकल्प है कि, उन नापाक इरादों का मुंह तोड़ जवाब दे, जो देश की एकता, प्रभु सत्ता और क्षेत्रीय अखंडता के खिलाफ हो और मांग करता है कि पाकिस्तान, जम्मू कश्मीर के उन इलाकों को खाली करें जिसे कब्जाया हुआ है, भारत के आंतरिक मामलों में किसी भी हस्तक्षेप का कठोर जवाब दिया जाएगा भारत की अखंडता , समरसता और विभिन्नता के परिपेक्ष में संकल्प दिवस का आयोजन किया गया ,कार्यक्रम में भाषण ,वाद विवाद प्रतियोगिता, निबंध लेखन ,विचार गोष्ठी जैसे कार्यक्रम आयोजित किए गए, भाषण प्रतियोगिता में लालाराम प्रथम एवं प्राची चंद्राकर द्वितीय तथा दुर्गा साहू तृतीय स्थान प्राप्त किया ,महाविद्यालय के प्राचार्य ने सभी प्रतिभागियों को बधाई एवं शुभकामनाएं प्रेषित करते हुए हर वर्ष संकल्प दिवस मनाने के लिए बच्चों को प्रेरित किया ,इस अवसर पर महाविद्यालय के वरिष्ठ प्राध्यापक प्रोफ़ेसर दीपक देवांगन प्रोफेसर रिचा मिश्रा प्रोफेसर दीप्ति जांगड़े प्रोफेसर नरेंद्र कुलमित्र प्रोफेसर सुनीता जाखड़ प्रोफेसर आकांक्षा वर्मा , स्वयंसेवक हिमांशु ,सीमा कुर्रे, दुर्गा, प्राची एवं अन्य विद्यार्थी बड़ी संख्या में उपस्थित थे।