संविधान सहज कुछ कागजों या दस्तावेजों का लेखा-जोखा नहीं वरन् यह भारत को एकता के सूत्र में आबद्ध करने वाला है, उन्हीं बातों को बताने एवं देश के सबसे बड़े लोकतंत्र की भूमिका को स्पष्ट करने के उद्देश्य से कवर्धा के अग्रणी सी.बी.एस.ई. विद्यालय श्री रामकृष्ण पब्लिक स्कूल, कवर्धा में संविधान दिवस का आयोजन किया गया, जिसमें प्रातः प्रार्थना सभा में संविधान संबंधी क्रियाकलाप जैसे प्रश्नोत्तरी, कविता, शब्द भंडार, विचार माला का आयोजन हुआ, जिसे विद्यालय के सामाजिक विज्ञान विभाग प्रमुख श्री अंशुल तिवारी ने भी संबोधित किया, जिसमें उन्होंने संविधान के विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डाला।

कार्यक्रम के दूसरे कड़ी में विद्यालय का रंगमंच देश के विभिन्न प्रांतों से निर्वाचित सांसदों, पक्ष-विपक्ष की भूमिका का निर्वहन करने वाले ‘‘युवा सांसदों‘‘ से भरा, एक सदन के रूप में परिलक्षित होने लगा, कार्यक्रम का आगाज परमसत्ता की अर्चना के साथ हुआ, जिसमें विशेष रूप से डाॅ. आदित्य श्रीवास्तव जी, सेवानिवृत्त व्याख्याता एवं पुरातत्वेत्ता, डाॅ. टी. एस. अवस्थी, सेवानिवृत्त पशु चिकित्सक, डाॅ. पी. पी. चन्द्रवंशी, सेवानिवृत्त प्राचार्य, श्री विशाल पाण्डेय काऊंसलर एवं डाॅ. आदित्य चन्द्रवंशी अध्यक्ष प्रबंधन समिति, प्राचार्या श्रीमती एम. शारदा भी उपस्थित रहीं। सदन की कार्यवाही, सदन के प्रमुख की भूमिका का निर्वहन करने वाली छात्रा आरिका माग्रे के निर्देशानुसार हुआ, इसके बाद विपक्षी दल की प्रमुख भूमि माग्रे एवं उसकी पूरी टीम ने पक्षीय दल के विभिन्न सांसदों जो भिन्न-भिन्न मंत्रालयों की जिम्मेदारी जैसे गृह मंत्रालय धानी चन्द्रवंशी, विदेश मंत्रालय मारूति द्विवेदी, रक्षा मंत्रालय अभिनव माग्रे, कृषि मंत्रालय जान्हवी जायसवाल, शिक्षा मंत्रालय कनक मिश्रा

, वन एवं पर्यावरण मैमूना फातिमा, वित्त मंत्रालय श्रेयल चन्द्राकर एवं श्रम रोजगार मंत्रालय दिव्यांशी त्रिपाठी, प्रधानमंत्री आदित्य नारायण तिवारी रहे। सदन की कार्यवाही के साथ ही प्रश्नों की बौछार विपक्षी दल के नेताओं के द्वारा दी गई, जिसका जवाब पक्षीय दल के विभागीय मंत्रियों के द्वारा बखूबी रूप से दिया गया, तो कुछ उत्तरों के जवाब गोलमोल भी दिए जा रहे थे, जिस पर विपक्षी लोगों ने सदन में ध्वनि (शोर) के माध्यम से ध्यान आकर्षित किया।

यदि प्रश्नों की बात की जाए तो प्रमुख प्रश्नों में बढ़ती बेरोजगारी की समस्या, 13 लाख भारतीय जो बाहर अध्ययन कर रहे हैं उनके सुरक्षा संबंधी प्रश्न, NEP 2020 में कितना लचीलापन है, आज भी डिजिटल भारत महज कागजों तक ही सीमित है, सड़क सुरक्षा जागरूकता के खोखले वादे, अग्निवीर सम्मान निधि, कृषि एवं चिकित्सा में निराशाजनक परिणाम जैसे और भी विभिन्न मुद्दों पर आधारित प्रश्न पूछे गए, एक दृष्टि में हमें संपूर्ण सदन की कार्यवाही देखने का शानदार अवसर विद्यालय प्रांगण में मिला। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए डाॅ. आदित्य श्रीवास्तव जी ने संविधान की प्रस्तावना रचनात्मकता बढ़ती है, प्रशंसा की।

कार्यक्रम को डाॅ. पी.पी चन्द्रवंशी जी ने भी संबोधित किया व कहा कि यह कार्यक्रम बच्चों के अंदर छिपी परिष्कृत प्रतिभा का ही परिणाम है, ये बच्चे निश्चित रूप से नए भारत की नींव बनेंगें। कार्यक्रम के अंत में विशेष पुरस्कार भी प्रदान किए गए जिनमें बेस्ट पार्लियामेंट्री राहुल द्विवेदी, बेस्ट रूलिंग पार्टी लीडर आदित्य नारायण तिवारी, बेस्ट आफ अपोजिशन पार्टी भूमि माग्रे को प्रदान किया गया। पूरे आयोजन को बेहद खास बनाने में सामाजिक विज्ञान विभाग प्रमुख अंशुल तिवारी, वरिष्ठ शिक्षक शुभम पाण्डेय सहित संपूर्ण विभागीय शिक्षको की महती भूमिका रही। सदन की कार्यवाही का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ।



