कवर्धा– दिल्ली में संसद के मानसून सत्र के दौरान क्षेत्रीय सांसद संतोष पांडेय ने केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी से मुलाकात कर विभिन्न महत्वपूर्ण सड़कों की स्वीकृति प्रदान करने की मांग की थी। इसका असर अब दिखने लगा है।
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने जबलपुर में आयोजित एक
कार्यक्रम में पूर्व में सांसद पांडेय की मांग पर स्वीकृत लखनादौन–बालाघाट–लांजी–खैरागढ़–रायपुर ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे का डीपीआर दिसंबर 2025 तक तैयार कर लिए जाने की घोषणा की। इससे करीब 10 हजार करोड़ रुपये की लागत से 220 किमी लंबे हाई स्पीड कॉरिडोर के निर्माण की दिशा में तेजी आएगी। गडकरी की घोषणा से पूरे क्षेत्र में खुशी की लहर दौड़ गई। क्षेत्रवासियों ने केंद्रीय मंत्री और सांसद संतोष पांडेय के प्रति आभार जताते हुए उम्मीद जताई कि दिसंबर 2025 तक डीपीआर के साथ एक्सप्रेसवे का कार्य भी शुरू हो जाएगा। इस ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे के बनने से क्षेत्र में आर्थिक विकास का नया मार्ग खुलेगा। पर्यटन के नए अवसर पैदा होंगे। दोनों राज्यों के बीच तेज़ और सुरक्षित मार्ग मिलेगा। स्थानीय स्तर पर रोजगार की संभावनाएं बढ़ेंगी। सांसद संतोष पांडेय की इस पहल का जिले के साथ पूरे राज्य को दोहरा लाभ मिलेगा। यह सड़क आगे जाकर रायपुर से विशाखापटनम के भारत माला प्रोजेक्ट से जुड़ेगी। इससे खैरागढ़-राजनांदगांव जिले से विशाखापटनम तक का मार्ग सुलभ होगा और नए व्यापारिक अवसर खुलेंगे।
चिल्फी–कवर्धा बॉर्डर से जबलपुर तक बनेगी 4 लेन सड़क-
संसद सत्र के दौरान सांसद संतोष पांडेय की रखी गई मांग पर केंद्र सरकार ने एक और तोहफ़ा दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व और केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी के प्रयास से चिल्फी–कवर्धा बॉर्डर से जबलपुर तक 150 किमी लंबी 4 लेन सड़क के निर्माण को मंजूरी मिल गई है। इस परियोजना पर करीब 2500 करोड़ रुपये खर्च होंगे।छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश के बीच तेज़ और सुगम कनेक्टिविटी,यात्रा समय में बड़ी कमी,व्यापार और उद्योग को गति,युवाओं के लिए रोजगार के अवसर,कवर्धा सहित पूरे क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।




