कवर्धा। शहर की सड़कों पर खुलेआम घूम रही और दुर्घटनाओं का शिकार हो रही लावारिश गौ माताओं की सुरक्षा और उनके लिए स्थायी ठिकाने की मांग को लेकर आदिवासी नेता कामू बैगा ने नगर पालिका परिषद कवर्धा को ज्ञापन सौंपा। इस दौरान उन्होंने चेतावनी दी कि यदि 10 दिनों के भीतर नगर पालिका प्रशासन द्वारा ठोस कदम नहीं उठाया गया, तो वे आंदोलन का बिगुल फूंक देंगे।

कामू बैगा ने कहा कि शहर की मुख्य और उप मार्गों पर बड़ी संख्या में गौ माता बैठी रहती हैं, जिससे आए दिन दुर्घटनाएं घटित हो रही हैं। कई बार वाहन चालकों की जान भी खतरे में पड़ती है और निर्दोष गौ माता भी घायल हो जाती हैं। इसके बावजूद नगर पालिका प्रशासन इस गंभीर समस्या को नजरअंदाज कर रहा है।
उन्होंने साफ कहा कि यदि प्रशासन ने 10 दिनों में गौ माताओं को सड़क से हटाकर उनके रहने, खाने-पीने और देखभाल के लिए समुचित व्यवस्था नहीं की, तो शहर की सड़कों पर घायल और लावारिश पड़ी गौ माताओं को उठाकर सीधे नगर पालिका परिषद कार्यालय में डाल दिया जाएगा। उस स्थिति की पूरी जिम्मेदारी खुद नगर पालिका की होगी।
बैगा ने आगे कहा कि गौ माता केवल आस्था का विषय नहीं हैं बल्कि उन्हें राष्ट्रमाता का दर्जा प्राप्त है। इसलिए उनकी उपेक्षा बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने प्रशासन से अपील की कि समय रहते कार्यवाही कर दुर्घटनाओं और अव्यवस्था को रोका जाए।
इस मौके पर सलीम पारधी, प्रहलाद धुर्वे, विजय सिंद्राम, महेश धुर्वे, रामकुमार धुर्वे, हेमलाल धुर्वे और आशीष राजपूत सहित कई लोग मौजूद रहे।



