सिंघनपुरी/कवर्धा- यह भौतिक जगत पाँच प्रमुख तत्वों – पृथ्वी, जल, अग्नि, वायु तक आकाश से बना हुआ है और ये सारे तत्व कृष्ण से ही उद्धूत हैं। भौतिक विज्ञानी इन 5 मूल तत्वों को भौतिक सृष्टि का कारण मानते हैं किन्तु ये सारे तत्व अपनी स्थूल तथा सूक्ष्म अवस्थाओं में कृष्ण द्वारा ही उत्पन्न है। बह्य संहिता में कहा गया है- ईश्वर परमः कृष्णः … सर्व-कारण, कारणम्। भगवान कृष्ण समस्त कारणों के कारण हैं।
इन्हीं पंक्तियों को चरितार्थ करने के उद्देश्य से श्री रामकृष्ण पब्लिक स्कूल, कवर्धा में श्री कृष्ण प्राक्ट्योत्सव एवं दही-लूट का आयोजन किया गया, चूँकि कृष्ण सर्वोपरि नियंता है और प्रायः बचपन से छोटे बच्चों को कृष्ण के बल स्वरूप में पूजा जाता है तो विद्यालय के नन्हें-मुन्ने बच्चे चमकते-दमकते अलंकृत तथा शोभायमान कर देने वाले राधा-कृष्ण के विभिन्न वेशभूषा में सज-धज कर आए हुए थे, भारतीय परंपरा के अनुरूप वैदिक परंपरा मंत्रोच्चार के साथ भगवान कृष्ण के बाल स्वरूप का जन्मोत्सव उपरांत पंचामृत स्नान कराकर, पंचोपचार पूजन किया गया, तदुपरांत ग्वाल बालों की मंडली ऊँचाई में बंधे हांडियों तथा विभिन्न प्रकार के सामग्रियों को लूटने आतुर हो रही थी, सभी बच्चे पलक पसारे उनके द्वारा बनाए जा रहे पिरामिड को बार-बार बनते बिगड़ते देख रहे थे, जल की रिमझिम फुहार ग्वाल बालों के उत्साह को दोगुना कर रहा था, अंततः इनकी मंडली ने दही हांडी लूट ली। इसी कड़ी में विद्यालय के विभिन्न हाऊस संस्कार, रीति, परंपरा, संस्कृति के चयनित प्रतिभागियों के ज्ञान को परखने के उद्देश्य से श्री कृष्ण जी के जीवन पर आधारित प्रश्नोत्तरी का आयोजन किया गया, जिसमें कृष्ण के जन्मतिथि, उनके परिवार, उनके अन्य नाम, महाभारत, गीता से संबंधित प्रश्न पूछे गए जिसमें बच्चों को अच्छी, खासी दिमागी कसरत करनी पड़ी, जिसके विजेता आयुष चन्द्रवंशी कक्षा 8वीं रहे।
दही हांडी लूट में रीति हाउस ने बाजी मारी। कार्यक्रम के संबंध में विद्यालय के डायरेक्टर डाॅ. आदित्य चन्द्रवंशी एवं प्राचार्या एम. शारदा ने कहा कि कृष्ण, शुक्लम् है अर्थात् धवल, परम सत्य का प्रतीकात्मक निरूपण है। कृष्ण सूर्यप्रकाश के तुल्य है और जहाँ भी कृष्ण रहते है वहाँ अधंकार रूपी माया नहीं रह सकती, इन्हीं भारतीय मूल्यों एवं आध्यात्मिकता के गुण को अंकुरित करने के उद्देश्य से यह आयोजन किया गया।