कवर्धा – ‘‘नंद के आनंद मयो जय कन्हैया लाल की‘‘ और मच गया शोर सारी जैसे गानों में झूमते-थिरकते, हर्ष मनाते सभी बच्चे, बुधवार को कवर्धा के श्री रामकृष्ण पब्लिक स्कूल में दिखे, जहाँ प्री जन्माष्टमी एवं दही-लूट का आयोजन किया गया, इस कड़ी में विद्यालय के स्वामी विवेकानंद सभागार को आम व केला के पत्तों एवं रंग-बिरंगे गुब्बारों से सजाकर भगवान कृष्ण के आगमन हेतु रंगोली सजायी गई, भगवान लड्डु गोपाल का विधिपूर्वक जन्मोत्सव करवाकर उनका दूध, दही, घी, मधुरस, गंगाजल से स्नान कराया गया, तत्पश्चात् उनका मनमोहक बालरूप सजाकर षोडशोपचार पूजन मंत्रोच्चारण के साथ किया गया, अंत में सभी ने घंटा , शंख , घंटी आदि से ‘‘आरती कुंज बिहारी‘‘ की से भगवान की आरती उतारी, साथ ही विविध वेशभूषा से सुसज्जित नन्हें-मुन्ने कदमों ने कृष्ण की भक्तिगीतों से अपनी भावपूर्ण प्रस्तुति प्रगन की, मानो कुछ पल को रोजा प्रतीत हुआ जैसे हम मथुरा व वृंदावन में बैठे हुए है।
तत्पश्चात् कार्यक्रम के कम को आगे बढ़ाते हुए विद्यालय के मैदान में ही दही-हाँडी महोत्सव का उत्साहपूर्वक आयोजन किया गया। विद्यालय परिसर को फूल-मालाओं तथा रंग बिरंगे झंडों से सजाया गया, जिससे पूरा वातावरण कृष्ण तथा राधारानी की पोषाक में उपस्थित थे। अपने धार्मिक एवं पारंपरिक आयोजनों के लिए विख्यात विद्यालय के इस कार्यक्रम की शुरूआत मटकी फोड़ प्रतियोगिता से हुई।
सर्वप्रथम कक्षा 9वीं से 12वीं वर्ग के विद्यार्थियों के समूह ने मानवीय पिरामिड (टाॅवर) की रचना की, जिससे ऊँचाई पर टंगे दही-हाँडी तक पहुँचा जा सके। जैसे ही पिरामिड के शीर्ष भाग पर चढ़े विद्यार्थी की कोशिश हाँडी को फोड़ने की होती, पिरामिड ध्वस्त हो जाता अंततः विद्यार्थियों के अथक प्रयास से मटकी फूट ही गई। तदुपरांत कक्षा 6वीं से 8वीं वर्ग के विद्यार्थियों ने भी मटकी फोड़ी। विद्यार्थियों के मुख पर हर्षोल्लास घर कर गया था। विद्यालय की प्राचार्या एम. शारदा मैडम ने विद्यार्थियों के साहस व एकजुटता की सराहना करते हुए कहा कि ‘‘ऐसे पारंपरिक आयोजन न केवल हमको आनंद प्रदान करते हैं बल्कि हमें एकता और सहयोग का संदेश भी देते हैं।‘‘ दही-हाँडी केवल एक खेल नहीं बल्कि यह हमें टीमवर्क, संतुलन तथा धैर्य का महत्व सिखाती है। इस पूरे आयोजन में विद्यालय के डायरेक्टर डाॅ. आदित्य चन्द्रवंशी तथा समस्त शिक्षक-शिक्षिकाओं ने भरपूर उत्साह दिखाया और इस दिवस को अविस्मरणीय बनाया।