शिमला। प्रदेश के किसानों को धान की फसल बेचने के लिए मात्र दो दिन समय शेष बचा है। प्रदेश के विभिन्न जिलों में धान खरीद के लिए बनाए गए केंद्र 26 दिसबंर को बंद कर दिए जाएंगे। प्रदेश में किसानों से धान खरीद करने के लिए बनाए गए केंद्रों में अब तक किसानों से 22852.35 एमटी धान की फसल की खरीद की गई है। प्रदेश में किसानों से धान खरीदने के लिए खाद्य आपूर्ति विभाग द्वारा बनाए दस केंद्रों में फसल बेचने के लिए खाद्य आपूर्ति विभाग के पोर्टल पर प्रदेश के 5441 किसानों को टोकन जारी किए है। प्रदेश में धान खरीद के लिए कांगड़ा जिला में अनाज मंडी फतेहपुर और फतेहपुर में रियाली, मीलवां इंदौरा में धान खरीद केंद्र बनाया है। इसके अलावा सिरमौर जिला में धौलाकुंआ और पांवटा साहिब में धान खरीद केंद्र बनाए है। इसके अलावा सोलन के नालागढ़ और बद्दी में धान खरीद के लिए केंद्र बनाए है।
वहीं, ऊना जिला के रामपुर, टकारला और औद्योगिक क्षेत्र टाहलीवाल में किसानों से धान खरीद के लिए केंद्र बनाए गए है। हिमाचल प्रदेश में इस बार धान की खरीद तय लक्ष्य से अधिक हुई है। प्रदेश में किसानों से धान खरीदने के लिए खाद्य आपूर्ति विभाग द्वारा 22 हजार मीट्रिक टन धान की फसल खरीदने का लक्ष्य तय किया था, लेकिन अब तक प्रदेश में दस धान खरीद केंद्रों में 22852.35 मीट्रिक टन धान की फसल की खरीद की गई है। किसानों से 2203 रुपए प्रति क्विंटल धान की फसल का मूल्य तय किया है। धान खरीद केंद्रों पर फसल की गुणवत्ता के आधार पर फसल का भुगतान किया जा रहा है। प्रदेश के 3699 किसानों को अब तक धान की फसल का 48.08 करोड़ रुपए का भुगतान जारी किया है। धान की फसल बेचने का भुगतान विभाग द्वारा किसानों के खाते में ही किया जाएगा। प्रदेश के किसान खाद्य आपूर्ति विभाग के पोर्टल पर ऑनलाइन पंजीकरण करवाने के बाद धान खरीद केंद्रों में फसल बेच रहे है।