लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल सहकारी शक्कर कारखाना मर्या. पंडरिया भारतीय मजदूर संघ के बैनर तले अक्टूबर से अनिश्चितकालीन धरना-प्रदर्शन किया जा रहा है के संबंध में बनाया गया कमेटी का मजदूर संघ खण्डन करता है, और मीडिया के माध्यम से कारखाना प्रबंधन व जिम्मेदार अधिकारी से ये सवाल पूछता है भारतीय मजदूर संघ
1. कारखाना में काम करने वाले श्रमिक अपने वेतन वृद्धि की मांग करते हैं तो कमेटी गठित करने की बात बताया जाता है और जिनको घर बैठे पेमेंट दिया जाता है उनको किस कमेटी के तहत किस नियम के तहत पेमेंट दिया जाता है। ये सवाल पूछता है भारतीय मजदूर संघ।
2. जो श्रमिक पंचिग करके घर चला जाता है उन्हें पूरा पेमेंट दिया जाता है और काम करने वालों का निरीक्षण के नाम पर पेमेंट काटा जाता है उनके लिए कोई कमेटी नही क्यों। ये सवाल पूछता है भारतीय मजदूर संघ।
3. कारखाना से बाहर अलग-अलग ऑफिस में काम कर रहे हैं ऐसे सैकड़ो लोंगों का कारखाना से पेमेंट जाता है। उनके लिए कोई कमेटी नहीं किस नियम के तहत जो कारखाना में काम नहीं करते हैं उन्हें पेमेंट दिया जाता है। क्या उस ऑफिस के कर्मचारी के लिए सरकार से पैसा नही आता है। ये सवाल पूछता है भारतीय मजदूर संघ।
4. अपने चहेते लोंगों को मनमाने पेमेंट देने के नाम से ओम इंटरप्राइजेस (पूर्व में केस्टेक फर्म था) कंपनी को टेंडर दिया गया है उनके लिये कोई कमेटी कोई नियम नहीं उनके योग्यता का जांच क्यों नहीं होता। ये सवाल पूछता है भारतीय मजदूर संघ।
5. कुछ ठेका श्रमिकों का पेमेंट जो मेनेजमेंट के चहेते हैं उनका पेमेंट कभी भी बढ़ा दिया जाता है और अभी कुछ माह पूर्व बढ़ाया गया है उनके लिये कोई कमेटी नहीं कोई नियम नहीं। ये सवाल पूछता है भारतीय मजदूर संघ।
6. कारखाना में पूर्व से हि अधिक श्रमिक हैं तो अभी वर्तमान में भी नए श्रमिक क्यों भर्ती किया गया और किया जा रहा है। नये भर्ती के लिए कौन सा कमेटी गठित किया गया है। ये सवाल पूछता है भारतीय मजदूर संघ।
7. पूर्व सत्र में शक्कर कारखाना भारतीय मजदूर संघ व कारखाना प्रबंधन के बीच लिखित और मौखीक समझौता हुआ था जिसके तहत कुशल दर और एक मुस्त वेतन वृद्धि किया गया था उक्त समझौता के तहत जो श्रमिक का वेतन वृद्धि नहीं हुआ है और जिनका वृद्धि हुआ था समझौते के तहत समय के अनुसार वृद्धि किया जाना है ओ वृद्धि क्यों नहीं किया जा रहा है। । पूर्व में समझौते के तहत मांग किया जा रहा है तो इसके लिये कमेटी क्यों। ये सवाल पूछता है भारतीय मजदूर संघ।