कवर्धा। जिले में उल्टी-दस्त और डायरिया समेत मौसमी बिमारियों की शिकायतें लगातार देखी जा रही है। वहीं शहर के होटल रेस्टोरेंट में साफ सफाई का ना तो ख़याल रखा जा रहा है बल्कि सड़े गले सामानों का उपयोग करके लोगों की सेहत के साथ भी खिलवाड़ किया जा रहा है। इसके बावजूद खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग के अधिकारी इस पर ध्यान नहीं दे रहे हैं। दो दिन पहले ही शहर के रायपुर रोड स्थित कल्पना रेस्टोरेंट में चटनी में चींटी मिलने की शिकायत के बाद खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन की टीम जब वहां पहुंची और जांच की। इस दौरान रेस्टोरेंट में साफ सफाई की कमी पाई गई और सड़े गले आलू भी मिले। जिसका उपयोग समोसा और सब्जी बनाने में किया जा रहा था। इसके बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की गई बल्कि केवल समझाईस देकर खानापूर्ति किया गया और चाय नाश्ता कर अधिकारी वहां से चले गए। बता दें कि कल्पना रेस्टोरेंट में इसके पहले भी सैंपल लिया गया था जो सैंपल भी फैल हुआ था जिस पर भी कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है। जबकि लगातार शिकायत मिलने वाले ऐसे होटल रेस्टोरेंट का लाइसेंस रद्द कर संचालक पर भी कार्रवाई करनी चाहिए। कारवाई के अभाव में होटल रेस्टोरेंट संचालकों के हौसले बुलंद हैं यही वजह है कि वे खाद्य पदार्थों में न केवल मिलावट कर रहे हैं बल्कि सड़े गले सामानों का उपयोग कर लोगों की सेहत के साथ भी खिलवाड़ कर रहे हैं।
जांच के दौरान सड़े आलू भी मिले जिसका उपयोग समोसा बनाने और सब्जी बनाने में किया जा रहा
घटना रविवार की बताया जा रहा है जहां अंचल गुप्ता अपने दोस्त के साथ शहर के रायपुर रोड स्थित कल्पना रेस्टोरेंट में नास्ता करने गया हुआ था। तभी उन्होंने देखा कि समोसे की चटनी में मरी हुई चींटी पड़ी है। इस पर उन्होंने आपत्ति जताई और रेस्टोरेंट के स्टाफ को सूचना दी। इस पर स्टाफ द्वारा पहले ग्राहक से बहसबाजी की गई उसके बाद उसे फेंका गया। मामला यहीं शांत नहीं होता ग्राहक ने जागरूकता दिखाते हुए इसकी सूचना फूड सेफ्टी डिपार्टमेंट को भी दी। सूचना मिलने के बाद फूड सेफ्टी इंस्पेक्टर जितेन्द्र नीले वहां पहुंचे तब तक पूरी चटनी फेंक दी गई थी। जब और जांच की गई तो रेस्टोरेंट में ना तो साफ सफाई का ध्यान रखा जा रहा था और ना ही गुणवत्ता युक्त सामान उपयोग में लाया गया था। जांच के दौरान सड़े आलू भी मिले जिसका उपयोग समोसा बनाने और सब्जी बनाने में किया जा रहा था। इतनी गंभीर लापरवाही पर भी फूड इंस्पेक्टर ने केवल समझाईस देकर रेस्टोरेंट संचालक पर कैई कार्रवाई नहीं की। जबकि सड़े आलू के बने समोसे से न केवल लोगों की सेहत खराब हो सकती है बल्कि गंभीर बीमारी भी हो सकती है।
बता दें कि हाल ही में प्रदेश की राजधानी रायपुर में भी इसी तरह अशोका बिरयानी का मामला सामने आया था जहां वेज बिरयानी में चिकन के टूकड़े मिलने के बाद हंगामा हुआ था और बाद में इस पर कार्रवाई भी की गई। लेकिन बार बार इस तरह के मामले आने के बाद भी ना तो रेस्टोरेंट संचालक सुधर रहे हैं और ना ही फूड सेफ्टी डिपार्टमेंट इसे गंभीरता से ले रहे हैं।