शासकीय हाई स्कूल कैलाश नगर कवर्धा में गुरु पूर्णिमा पर्व धूमधाम से मनाया गया। व्याख्याता राजेश चंद्रवंशी ने बताया कि जो विद्यार्थी अपने माता-पिता व गुरु का सम्मान करता है उसकी बताएं रास्ते पर चलते हैं वह जीवन में अवश्य सफल होते है। चंद्रवंशी ने गुरु शब्द का अर्थ बताते हुए कहा कि गु से तात्पर्य अंधकार रु का मतलब प्रकाश होता है अर्थात जो हमें अंधेरे से प्रकाश की ओर ले जाता है जो हमें भविष्य के लिए सशक्त बनाता है सतत हमारा मार्गदर्शन करता है वही सच्चा गुरु है।गुरु का स्थान माता पिता से भी ऊपर रखा गया है।वरिष्ठ व्याख्याता अशोक पाल सिंह राजपूत जी ने बताया कि गुरु दो प्रकार के होते हैं लौकिक और आध्यात्मिक गुरु ।
लौकिक गुरु वे है जो शिक्षकीय औऱ अन्य ज्ञान देते है तथा आध्यात्मिक गुरु वे है जो हमे अध्यात्म व परमात्मा का ज्ञान देता है। दोनों तरह के गुरुवों का आदर व सम्मान करना चाहिये। उनके बताए हुवे मार्गों पर चलकर मानव सफलता प्राप्त कर सकते है।अंत में प्राचार्य मैम सुमन धुर्वे द्वारा कहा गया कि प्रथम गुरु माता पिता है हमे उनका सदैव आदर व सम्मान करना चाहिए।जिससे भी हमे जहां से भी हमे ज्ञान प्राप्त हो जाये वे सभी हमारे गुरु है।जिसको भी गुरु का आशीर्वाद मिल जाता है उनका जीवन धन्य हो जाता है। इस कार्यक्रम में उपस्थित वरिष्ठ व्याख्याता विजय सिंह ठाकुर, संगीता श्रीवास्तव, तरुणा जमकातन ,सेवानिवृत्त व्याख्याता विश्वकर्मा सर जी द्वारा भी गुरु पूर्णिमा पर्व के बारे में बारी बारी से महत्व को बताया। छात्रों द्वारा भी गुरु पूर्णिमा पर्व के विषय मे भाषण, कविता व शायरी प्रस्तुत किया गया। इस कार्यक्रम में सभी विद्यार्थी व पालक गण उपस्थित थे।