कवर्धा। अभी हप्ते भर पूर्व ही कलेक्टर जनमेजय महोबे के निर्देश पर अनुविभागीय अधिकारी राजस्व आकांक्षा नायक ने जनपद पंचायत लोहारा के सभागृह में विकासखंड सहसपुर लोहारा के शासकीय उचित मूल्य दुकान संचालकों की समीक्षा बैठक लेकर कई आवश्यक दिशा निर्देश दिए थे।
माना जा रहा था कि अनुविभागीय अधिकारी राजस्व द्वारा ली गई इस बैठक और आवश्यक दिशा निर्देश देने के बाद शासकीय उचित मूल्य दुकान संचालकों की मनमानी तथा भर्राशाही में सुधार आएगा। लेकिन ऐसा लगता है कि विकासखण्ड स. लोहारा के ग्राम रक्से में संचालित शासकीय उचित मूल्य की दुकान के संचालक ने अनुविभागीय अधिकारी राजस्व के निर्देशों को एक कान से सुनने के बाद दूसरे कान निकाल दिया है। संभवत: यही वजह है कि उनके खिलाफ ग्राम सरपंच सहित स्थानीय गरीब राशन कार्डधारियों द्वारा जुलाई माह का चावल नहीं दिए जाने का गंभीर आरोप लगाया जा रहा है। इस संबंध में ग्राम पंचायत रक्से के सरपंच मोरजराम सहित ग्रामीण लल्ला, रवि साहू, जीचन, कमल, जोहितराम, नेतराम, जलेश्वर, यशवंत कुमार, प्रहलाद, रामअवतार, नारायण, मेहतर, राधेलाल पटेल, जगदीश साहू, कीर्तन साहू, युवराज साहू आदि ने बताया कि शासकीय उचित मूल्य दुकान रक्से के सेल्समेन द्वारा जुलाई माह के लिए सभी राशन कार्डधारियों से चावल आवंटन का बायोमेट्रिक करा लिया गया है लेकिन आज पर्यंत चावल का आबंटन नहीं किया गया है। कार्डधारी रोज चावल के लिए दुकान का चक्कर काट रहे हैं लेकिन सेल्समेल पूछे जाने पर रटारटाया जवाब दे रहा है कि शासन द्वारा अभी तक चावल की आपूर्ति नहीं की गई है। ऐसी स्थिति में शासन द्वारा आबंटित चावल पर आश्रित गरीब परिवरों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है और उन्हें बाजार से मंहगा चावल खरीदकर गुजारा करना पड़ रहा है। ग्रामीणों की इस गंभीर समस्या को देखते हुए स्थानीय निवासी एवं कांग्रेस के युवा नेता तथा कवर्धा कृषि उपज मण्डी के पूर्व उपाध्यक्ष चोवा साहू ने भी शासन-प्रशासन से इस गंभीर समस्या पर संज्ञान लेते हुए ग्रामीणों को जल्द से जल्द चावल उपलब्ध कराए जाने तथा मामले की जांच कराए जाने की मांग की है। साहू ने यह भी आरोप लगाया कि जब से प्रदेश की सत्ता में भाजपा की सरकार काबिज हुई मुख्यमंत्री खाद्यान्न योजना चरमरा गई है। स्थिति ये है कि जिलेभर में इस तरह की शिकायतें सामने आ रही है।