कवर्धा/जिला प्रशासन के मार्गदर्शन में, जिले में चल रहे कार्यक्रम बदलाव संग युवा जिसमें कवीर स्वयंसेवकों का लगातार क्षमता वर्धन किया जा रहा है।
यूनिसेफ और छत्तीसगढ़ एग्रीकॉन समिति के सहयोग जिला पंचायत भवन के सभागार कक्ष में सामुदायिक मानसिक स्वास्थ्य कार्यशाला में मैं हूं न कार्यक्रम का एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया।
इस कार्यक्रम में दानिश खातून हुसैन, राज्य समन्वयक मानसिक स्वास्थ्य, ने कवीर स्वयंसेवकों और आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को मानसिक स्वास्थ्य के लिए प्रथम सहायता उपचार के लिए प्रशिक्षित किया।
प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य यह था कि किस प्रकार से दोस्त, बच्चा, युवा या बड़े जो दुख और परेशानी में होते हैं, उनकी मदद की जा सके।
जिला समन्यवयक दीपक बागरी ने कहा की “मैं हूं ना” थीम के तहत, स्वयंसेवकों को मन मित्र के रूप में समुदाय में सेवा देने के लिए प्रशिक्षित किया गया। इस प्रशिक्षण में मानसिक स्वास्थ्य और शारीरिक स्वास्थ्य के बीच के अंतर को समझा और मन मित्र के रूप में आवश्यक सावधानियों को सीखा गया।
यह ज्ञात हो कि कवीर स्वयंसेवी जिले में पांच कार्यक्षेत्रों में सेवा दे रहे हैं, जिनमें से एक मानसिक स्वास्थ्य है। इस प्रशिक्षण का उद्देश्य समुदाय में मानसिक स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए मन मित्र के रूप में स्वयंसेवकों को तैयार करना था। कार्यक्रम में वॉलंटियर समन्यवक नितेश चंदेल और जिलेभर से बड़ी संख्या में कवीर स्वयंसेवी और आंगनवाड़ी कार्यकर्ता शामिल रही।