कवर्धा, 10 सितम्बर 2024। कबीरधाम जिले में पहाड़ी और वनांचल क्षेत्र सहित मैदानी भागों में सोमवार रात से हो रही लगातार बारिश से जिले में बाढ़ की स्थिति को देखते हुए प्रशासन, बाढ़ आपदा एवं राहत-बचाव को लेकर हाई अलर्ट है। कलेक्टर जनमेजय महोबे ने आज देर शाम जिले के सभी अनुविभागीय अधिकारी राजस्व, तहसीलदारों की कलेक्ट्रोरेट कार्यालय से वीडियो कांफ्रेसिग के माध्यम से बैठक लेकर तहसीलवार बारिश और बाढ़ की स्थिति की गहन समीक्षा की। कलेक्टर ने सभी विकासखण्ड स्तर पर बाढ़ की स्थिति पर कड़ी मॉनिटरिंग रखने और बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में बाढ़ आपदा एवं राहत बचाव के लिए राहत शिविर में सभी आवश्यक समाग्री की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में संचालित स्कूल, आंगनबाड़ी केन्द्रों में बच्चों को सुरक्षित रखने की लिहाज से आवश्यकता अनुसार स्कूलों में अवकाश करने के लिए जिला शिक्षा अधिकारी तथा महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारी को निर्देशित किया। कलेक्टर ने जिले के सभी मध्यम जलाशयों में पानी भराव की स्थिति और उटल भाग से पानी बहाव की स्थिति पर जल संसाधन विभाग सहित तहसीलदार को अलर्ट रखने के निर्देश दिए। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में स्वास्थ्य संबंधित सुविधाएं और जीवन रक्षक दवाईयों की उपब्धता सुनिश्चित करने के लिए सीएमएचओ को निर्देशित किया है। कलेक्टर ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए प्रोटोकॉल का पालन करते हुए बिजली की आपूर्ति बनाए रखने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने नगर सेनानी और पूरे अमलों को हाई अलर्ट में रहने के संख्त निर्देश दिए है। वीडियो कांफ्रेसिग में संयुक्त कलेक्टर मोनिका कौड़ो, एसडीएम अनुपम टोप्पो सहित तहसीलदार उपस्थित थे।
वीडियो कांफ्रेसिग में बताया कि सहसपुर लोहारा के एसडीएम आकांक्षा नायक ने बताया कि सहसपुर लोहारा तहसील क्षेत्र में अच्छी बारिश हुई है, जिसकी वजह से वनांचल क्षेत्रों में लगभग 7-8 छोटी बड़ी नदिया में बाढ़ की स्थिति खतरे से उपर है और उन मार्गों में बनी पुल-पुलिया के उपर से पानी का बहाव चल रहा है,जिसकी वजह से संपर्क टूट गया है। वही कवर्धा से राजनांदगांव मुख्य मार्ग पर ओडिया खुर्द और सहसपुर लोहारा के बीच की नदी में पुल से पानी का बहाव उपर चल रहा है, जिसकी वजह से आवगन प्रभावित हो गई है। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत बचाव के काम सूचना के आधार पर अलर्ट कर दिया गया है। पंडरिया एसडीएम संदीप ठाकुर ने बताया कि पंडरिया में बाढ़ की स्थिति नहीं है। पंडरिया के हरिनाला में पानी का बहाव बना हुआ है, आवागमन सुचारू रूप से चल रहा है।
बोडला राजस्व अधिकारी राजश्री पाडेय ने बताया कि बोडला तहसील क्षेत्र में बा़ढ़ की स्थिति संभावनाओं पर लगातार मॉनटिंग की जा रही है। रेंगाखार तहसील क्षेत्र के 19 ग्रामों में बाढ़ की स्थिति बनी हुई है, उन क्षेत्रों में राहत शिविर के माध्यम से राहत पहुंचाने के लिए संबंधित पटवारियों, ग्राम सचिव, कोटवारों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए है।
उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ के कबीरधाम जिले में बाढ़-आपदा एवं राहत-बचाव कार्य के लिए जिला शासन द्वारा कार्य योजना तैयार कर किया गया है। कबीरधाम जिले के छोटी-बड़ी प्रमुख 12 नदी-नालों के तट पर बसे 154 ग्रामों को संभावित बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के लिए चिन्हांकित किया गया है। इन सभी ग्रामों को संभावित बाढ़ से बचान और राहत पहुचाने के लिए 58 राहत शिविरों का चिन्हांकन किया गया है। राहत शिवरों में शासकीय भवन, स्कूल, समाजिक एवं सामुदायिक भवन शामिल है। जिले के 8 तहसील क्षेत्रों के अंतर्गत 25 वर्षा मापी केंन्द्र स्थापित है।
जिले में बाढ़ आपदा नियत्रंण कक्ष एवं कंट्रोल रूम स्थापित
कलेक्टर जनमेजय महोबे ने निर्देश पर जिले में बाढ़ आपदा नियत्रंण कक्ष एवं कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है। कंट्रोल रूम का दूरभाष नम्बर 07741-232038 है। उक्त नियंत्रण कक्ष 24 घंटा क्रियाशील रहेगा। इसके अतिरिक्त आपात स्थिति में इन दूरभाष नंबर एवं अधिकारी से संपर्क किया जा सकता है। इन अधिकारियों में कवर्धा नगर पालिका अधिकारी नरेश वर्मा का सपर्क नम्बर 94077-60744, जिला नगर सेनानी एवं प्रभारी फायर बिग्रेड अधिकारी, पुलिस नियत्रंण कक्ष 07741-232674,231887,100 अथवा 112, जिला चिकित्सालय 07741-233553 अथवा 108 पर त्वरित सूचना प्रेषित किया जा सकता है। इसके लिए अतिरिक्त संबंधित विभाग को कर्मचारियों की ड्यूटी लगाने और इसकी सूचना जिला कार्यालय को प्रेषित करने के निर्देश दिए। जिला स्तरीय बाढ़ आपदा नियत्रंण कक्ष एवं कंट्रोल रूम में 24 घंटे कर्मचारियों की तैनाती के लिए कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है।