कवर्धा भारत के उन्नति एवं प्रगति में केवल राष्ट्र के सपूतों नें ही नहीं अपितु राष्ट्रधर्मा प्रमुख नारी शक्तियों का भी महत्वपूर्ण योगदान रहा है, इन्हीं में से एक महिला लोकमाता पुण्य श्लोका अहिल्या बाई होलकर थी, जिनकी त्रिजन्मशताब्दी महोत्सव एवं बिरसा मुण्डा की 150वीं गरिमामयी आयोजन
कवर्धा शहर के संस्कारवान विद्यालय श्री रामकृष्ण पब्लिक स्कूल में हुआ, दैनिक प्रार्थना को बच्चों ने पूरी तरह से इनके विचारों से प्रेरित वचन, ध्ययेवाक्य, कविता से सराबोर किया गया, जिसमें प्रमुख वक्ता के रूप में टोपलाल वर्मा , प्रांत प्रमुख राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ, सेवानिवृत प्राध्यापक भूगोल रहे, साथ ही बेमेतरा महाविद्यालय के पूर्व प्राचार्य डाॅ. पी.पी.चन्द्रवंशी जी, विद्यालय प्रबंधन समिति के अध्यक्ष डाॅ. आदित्य चन्द्रवंशी , प्राचार्या एम. शारदा सहित जन्मशताब्दी आयोजन समिति के कवर्धा प्रखंड के सदस्यगण, विभिन्न महाविद्यालयों के प्राध्यापक उपस्थित रहे, भारतीय परंपरानुरूप दीप प्रज्ज्वलन से कार्यक्रम का आगाज, तदुपरांत रानी अहिल्याबाई होल्कर के जीवन पर कविता एवं भाषण प्रस्तुत किया गया, पूरा विद्यालय प्रांगण उस समय तालियों की गड़गड़ाहट से गंुजायमान हो गया जब माध्यमिक वर्ग के बच्चों ने अपनी लघु नाटिका एवं नृत्य के माध्यम से लोकमाता के जीवन की विशेष बातें जैसे धर्मपरायणा, न्याय प्रियुता, प्रजा पालिका जैसे गुणों का सजीवन चित्रण अपनी प्रस्तुति के माध्यम से किया। इनकी प्रस्तुति से प्रसन्न होकर प्रांतप्रमुख ने इनकी भूरि-भूरि प्रशंसा करते हुए रायपुर में आयोजित होने वाले मुख्य समारोह में भी प्रस्तुति का न्योंता दिया। कार्यक्रम का संबोधित करते हुए वर्मा ने महारानी अहिल्या बाई को क्यों लोकमाता पुण्यश्लोका की उपाधि प्रदान की गई, साथ ही इनके द्वारा किए गए संघर्ष एवं प्रजापालक, राष्ट्रधर्म एवं अन्नक्षेत्र, मंदिर जीर्णोधर जैसे महत्वपूर्ण विषय का आद्योपांत चित्रण अपने वक्तव्य के माध्यम से दिया, कार्यक्रम में विद्यालय में आयोजित निबंध प्रतियोगिता, कविता प्रतियोगिता, चित्रकला प्रतियोगिता एवं रंगोली प्रतियोगिता का आयोजन भी किया गया। जिनमें निबंध प्रतियोगिता में दिपांशी शर्मा 10वीं, प्रसद्धि नामदेव 10वीं, निष्ठा चन्द्रवंशी 10वीं, कविता प्रतियोगिता में श्रेयल चन्द्राकर 10वीं, दिव्या पाटले 10वीं, मारूति द्विवेदी 10वीं व चित्रकला प्रतियोगिता में तुष्मिता कोसरिया 8वीं, काव्या साहू 6वीं, वेद सोनी 8वीं ने क्रमशः प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त किया। वहीं रंगोली प्रतियोगिता में आंचल चन्द्रवंशी 7वीं और तुष्मिता कोसरिया 8वीं ने प्रथम, वंदना चन्द्रवंशी 12वीं ने द्वितीय एवं सुहाना मोहले 8वीं ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। सभी विजयी प्रतिभागियों को प्रमाणपत्र से सम्मानित किया गया। कार्यक्रम के समापन में आभार प्रदर्शन करते हुए प्राचार्य एम. शारदा ने कहा कि लोकमाता का संपूर्ण जीवन प्रेरणा से ओत-प्रोत है, अतः हमें इनके जीवन के आदर्शों में जो बातें हमारे लिए अक्षरशः पालनीय है, उनका अनुकरण अवश्य करें, उन्होंने इस पूरे कार्यक्रम कर सफलता पर संपूर्ण शिक्षकीय एवं अशिक्षिकीय स्टाॅफ एवं पधारे हुए समस्त अतिथियों के प्रति कृतज्ञता व्यक्त की।