ग्राम राजानवागाव – कबीरधाम जिले के राजानवागांव में सांसद आदर्श ग्राम योजना के तहत तालाब के पास रिटर्निंग वाल निर्माण कार्य को लेकर ग्रामीणों में भारी आक्रोश है। ग्रामवासियों ने जिलाधीश को एक लिखित शिकायत दी है, जिसमें कार्य की गुणवत्ता पर गंभीर सवाल उठाए गए हैं। उनका आरोप है कि निर्माण कार्य में कई नियमों और शर्तों की अनदेखी की गई है, जिससे भविष्य में दीवार गिरने की संभावना है।
मुख्य आरोप:
1 .सूचना बोर्ड का अभाव: निर्माण कार्य शुरू होने से पहले पंचायत द्वारा आवश्यक सूचना बोर्ड नहीं लगाया गया। यह नियम है कि हर सरकारी निर्माण स्थल पर सूचना बोर्ड लगाना आवश्यक होता है, ताकि जनता को योजना की जानकारी मिल सके।
2.स्टीमेट में गड़बड़ी: ग्रामीणों का आरोप है कि रिटर्निंग वाल के निर्माण में स्टीमेट के अनुसार गहराई नहीं रखी गई और सीमेंट की मात्रा में भी कटौती की गई। इससे भविष्य में तालाब गहरीकरण के दौरान दीवार गिरने का खतरा हो सकता है।
3.ठेकेदार से कार्य करवाना: ग्राम पंचायत स्वयं कार्य एजेंसी होने के बावजूद निर्माण कार्य को ठेकेदार के माध्यम से करवाया गया। जब स्थानीय नागरिकों ने कार्य की गुणवत्ता पर सवाल उठाए, तो उनकी शिकायतों को नजरअंदाज कर कार्य जल्दी-जल्दी में पूरा कर दिया गया। बाद में सूचना बोर्ड लगाया गया।
4.जांच और भुगतान रोकने की मांग: शिकायतकर्ताओं ने जिलाधीश से अपील की है कि इस कार्य की निष्पक्ष जांच कराई जाए और जब तक जांच पूरी नहीं हो जाती, तब तक भुगतान रोका जाए। यदि आरोप सही पाए जाते हैं, तो दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की गई है।
यह मामला प्रशासन के लिए एक बड़ी चुनौती हो सकता है, क्योंकि इसमें पारदर्शिता और कार्य की गुणवत्ता से संबंधित गंभीर आरोप हैं। जांच के बाद ही यह साफ होगा कि इन आरोपों में कितनी सच्चाई है और प्रशासन इस पर किस तरह की कार्रवाई करता है।